Vidaai Geet
मिलन रात भर का हमारा तुम्हारा,
रही जिन्दगी तो मिलेंगे दुवारा- 2
रही जिन्दगी तो मिलेंगे दुवारा- 2
भीम के प्रेमी, बुद्ध अनुयायी,
मिलके रहना सभी मेरे भाई।-2
मिलके रहना सभी मेरे भाई।-2
कहना यही है सबसे हमारा,
रही जिन्दगी तो मिलेंगे दुवारा- 2
रही जिन्दगी तो मिलेंगे दुवारा- 2
आज की शाम चांदनी से सजी है,
बुद्ध और भीम के गीतों से भरी है।
बुद्ध और भीम के गीतों से भरी है।
यही शाम आये फिर से दुवारा,
रही जिन्दगी तो मिलेंगे दुवारा- 2
रही जिन्दगी तो मिलेंगे दुवारा- 2
हम सब अब चलें विदा देना हसके,
कोई भूल हुई हो माफ सब करके।
कोई भूल हुई हो माफ सब करके।
यही है निवेदन सबसे हमारा,
रही जिन्दगी तो मिलेंगे दुवारा- 2
रही जिन्दगी तो मिलेंगे दुवारा- 2
By:- Tathagat Neetesh Shakya
समय
विदाई का आ गया है, हसके हमको करना विदा।
हम
परदेशी होते रवाना, मुझपे न होना
फिदा(हमसे न करना वफा।
प्रीति
न करना हमसे प्यारे, किस-किस की हम प्रीति निभायें।
चले
जायेंगे हम लोग यहां से, यूं न मिलाना
निगाहें॥
ये
अखियां आंसू ना देखे, हंसके हमको करना
विदा। हो..हो..आ.आ.
ये कैसी
घडी आ गयी है, कल था मिलन आज है जुदाई।
हंसना-हंसाना
हमारा तुम्हारा, छा गयी है रुसवाई॥
मिलन
हमारा अंतिम ना होवे, न कहना मेरा है
अलविदा। हो..हो..आ..
इस गांव
की रीति प्रीति, भूलें न
हम चलते जहां में।
खुशियां
हमको सब ने दी हैं, ये खुशियां पाऊं कहां
में॥
याद
रखेंगे ये सम्मान, जो हमको इस दर पे
मिला। हो..हो..अ..आ..
हम
परदेशी होते रवाना, मुझपे न होना
फिदा(हमसे न करना वफा।
समय
विदाई का आ गया है, हसके हमको करना विदा।
Sorry for
wrong word (Neetesh Shakya)14/06/2019


gajb
ReplyDeletenice
ReplyDeleteBahut khub
ReplyDeleteVery good
ReplyDelete