Sankisa Film City

समाज में होने वाली घटनाओं के प्रति, हम अपने विचारों को इस साइड के मध्यम से लोगों तक पहुचाने के लिए इस ब्लॉग को तैयार किया है| हमारे साथ जुड़ें और समाज के प्रति जागरूक बने | धन्यवाद

Wallcome to sankisa film city.
wallcome to sankisa film city.

Sunday, 12 July 2020

July 12, 2020

Malhar, bhajan (Yashodhara viyog se) sankisafilmcity

मेरी मईया हमको सांच बता दो, दिल में धीर बंधा दो| 
कहाँ गए हैं मेरे साजना........................................... 

महलों में सोबत छोड़ा, मेरी सुद बिसराई| 
कैसे जियेंगे तुम्हारे बिन, बताते पिया हरजाई|1| 
मेरी मईया घर दिल नहीं लगता, महल सूना लगता| 
 कहाँ गए हैं मेरे साजना........................................... 

जब से गये हैं कंध हमारे, सुना महल दिखावे| 
हँसी ख़ुशी सब ही भूले, सजन की याद सतावे|2| 
मेरी खुशियाँ सारी छूटी, जीवन की डोरें टूटी | 
कहाँ गए हैं मेरे साजना.............................. 

माता-पिता विलखत छोड़े, गए पत्थर दिल करके| 
क्या खता हुई हमसे, निकले अंजान बनके|3| 
मेरी मईया सुना महल हमारा, उड़ गया हंस प्यारा| 
कहाँ गए हैं मेरे साजना........................................... 

अपने मन की कहके जाते, हम नहीं उन्हें सताते| 
चुपके से महलों से निकल गए, अपने दिल की बताते|4| 
मेरी मईया दिल की कह के जाते, हमें गले लगाते| 
दिल से भेजते अपने साजना............................... 

सूना-सूना महल हमारा, कोई नजर ना आवे| 
ददों से आंसू मेरे बहते, कौन धीर बंधावे|5| 
मेरी माता हमें कोई न भाता| 
याद आवें मेरे साजना.............................. 
कहाँ गए हैं मेरे साजना............................ 

मल्हार में कम से कम 3 अधिक से अधिक 7 अंतरों का गायन किया जाता है| 
इस मल्हार के अन्तरा आप 1 कम करके या पूरे गा सकते हो | 
 by Neetesh Shakya Ajanbi

Friday, 8 May 2020

May 08, 2020

music sargam that


तीसरा चरण:-


थाट:- गाने के अनुसार ध्वनि में मधुरता लाने की क्रिया हो थाट कहते हैं |
थाट के प्रकार:- प्राचीन शास्त्रीय संगीत में 9 थाटों का लेख है| वर्तमान संगीत में लगभग इन्ही का प्रयोग होता है|
1:- बिलाबल थाट :- इसमें सभी शुद्ध स्वर होते हैं|
2:- भैरवी थाट- इसमें कोमल रे_ ग_ ध_ नि_ प्रयोग करते हैं|
             उदाहरण:- सा रे_ ग_ म प ध_ नि_
3:- भैरव थाट:- इसमें कोमल रे_ ध_ का प्रयोग करते हैं|
             उदाहरण:- सा रे_ ग म प ध_ नि
4:- तोड़ी थाट:- इसमें कोमल रे_ ग_ ध_ और तीव्र म` का प्रयोग करते हैं|
             उदाहरण:- सा रे_ ग_ म` प ध_ नि
5:- मारवा थाट:- इसमें कोमल रे_ और तीव्र म` का प्रयोग करते हैं|
             उदाहरण:- सा रे_ ग म` प ध नि
6:- पूर्वी थाट:- इसमें कोमल रे_ ध_ और तीव्र म` का प्रयोग करते हैं|
             उदाहरण:- सा रे_ ग म` प ध_ नि
7:- कल्याण थाट:- इसमें शुद्ध म को छोड़कर सभी शुद्ध स्वर होते हैं| तीव्र म` का प्रयोग करते हैं|
             उदाहरण:- सा रे ग म` प ध नि
8:- खमाज थाट:- इसमें कोमल नि_ और सभी शुद्ध स्वर होते हैं|
             उदाहरण:- सा रे ग म प ध नि_
9:- काफी थाट:- इसमें कोमल ग_ नि_ और सभी शुद्ध स्वर लगते हैं|
             उदाहरण:- सा रे ग_ म प ध नि_

May 08, 2020

sargam diagram


सरगम डाईग्राम

सा रे सा
सा रे गा रे सा
सा रे गा मा गा रे सा
सा रे गा मा पा मा गा रे सा
सा रे गा मा पा धा पा मा गा रे सा
सा रे गा मा पा धा नि धा पा मा गा रे सा
सा रे गा मा पा धा नि सां नि धा पा मा गा रे सा








इस सरगम चक्र से आप संगीत को सरलतम तरीके से सीख सकते हैं| 
यह सरगम आपके संगीत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण सावित होगें| 










May 08, 2020

सरगम अलंकार सा रे ग म प ध नि


अलंकार:-

आरोह क्रम:- सा सा, रे रे, गा गा, मा मा, पा पा, धा धा, नि नि, सां सां
अवरोह क्रम:- सां सां, नि नि, धा धा, पा पा, मा मा, गा गा, रे रे, सा सा

आरोह क्रम:- सा गा, रे मा, गा पा, मा धा, पा नि, धा सां,
अवरोह क्रम:- सां धा, नि पा, धा मा, पा गा, मा रे, गा सा

आरोह क्रम:- सा रे गा, रे गा मा, गा मा पा, मा पा धा, पा धा नि, धा नि सां
अवरोह क्रम:- सां नि धा, नि धा पा, धा पा मा, पा मा गा, मा गा रे, गा रे सा


हार्मोनियम सीखने के लिए इन सरगमों को बार-बार दोहराए और किसी सरल ध्वनि को बार-बार बजाएं | आप किसी हार्मोनियम वादक से सहायता भी ले सकते हैं| हम भविष्य की कामना करते हैं|

Monday, 4 May 2020

May 04, 2020

संगीत सरगम


स्वर सरगम

प्रथम चरण:-
सा रे गा मा पा धा नि (आरोह क्रम)
नि धा पा मा गा रे सा (अवरोह क्रम)

कोमल स्वर:- रे_ गा_ धा_ नि_
तीव्र:- म`

मंद सप्तक:-  सा. रे. गा. मा. पा. धा. नि.
मध्य सप्तक:- सा रे गा  मा  पा  धा नि
तार सप्तक:-  सां रें  गां  मां पां  धां निं






दूसरा चरण:-

सा – षडज
रे  - ऋषभ
गा – गांधार
मा – मध्यम
पा – पंचम
धा – धैवत
नि – निशाद