कहाँ गए हैं मेरे साजना...........................................
महलों में सोबत छोड़ा, मेरी सुद बिसराई|
कैसे जियेंगे तुम्हारे बिन, बताते पिया हरजाई|1|
मेरी मईया घर दिल नहीं लगता, महल सूना लगता|
कहाँ गए हैं मेरे साजना...........................................
जब से गये हैं कंध हमारे, सुना महल दिखावे|
हँसी ख़ुशी सब ही भूले, सजन की याद सतावे|2|
मेरी खुशियाँ सारी छूटी, जीवन की डोरें टूटी |
कहाँ गए हैं मेरे साजना..............................
माता-पिता विलखत छोड़े, गए पत्थर दिल करके|
क्या खता हुई हमसे, निकले अंजान बनके|3|
मेरी मईया सुना महल हमारा, उड़ गया हंस प्यारा|
कहाँ गए हैं मेरे साजना...........................................
अपने मन की कहके जाते, हम नहीं उन्हें सताते|
चुपके से महलों से निकल गए, अपने दिल की बताते|4|
मेरी मईया दिल की कह के जाते, हमें गले लगाते|
दिल से भेजते अपने साजना...............................
सूना-सूना महल हमारा, कोई नजर ना आवे|
ददों से आंसू मेरे बहते, कौन धीर बंधावे|5|
मेरी माता हमें कोई न भाता|
याद आवें मेरे साजना..............................
कहाँ गए हैं मेरे साजना............................
मल्हार में कम से कम 3 अधिक से अधिक 7 अंतरों का गायन किया जाता है|
इस मल्हार के अन्तरा आप 1 कम करके या पूरे गा सकते हो |
by Neetesh Shakya Ajanbi
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