Sunday, 11 August 2019

(बुद्ध गीत) by Priy Neetesh Shakya



                  बुद्धं शरणं बोल के (बुद्ध गीत)

बुद्धं शरणं बोलके....................3
जाता हूं बुद्ध शरण मे हम सब, नैन पट को खोलके।
शरण संघ-2 तू अपनाले, आडंवर को छोडके।

ज्ञान तुझे मिले, संघशील अपनाजा।
शीलों का करले पालन, दिव्य ज्योति जलाजा॥
बहती है ज्ञान की धारा, पाले इसे दौड के।
शरण संघ-2 ..............................छोडके।

मदरा पान भुलाके तू, सदमार्ग अपनाले।
सत्य अहिंसा करुणा दया, अपने मन मे बसाले॥
प्रेम पंथ अपनाले तू, घृणा हिंसा छोडके।
शरण संघ-2 ............................छोडके।

क्यों करते हो खून खरावा, अमन शांती अपनाले।
धन दौलत के पीछे मत, अपना बैर बढाले॥
कहता है एन.एस. सभी से, अपने कर को जोडके।
शरण संघ-2 .........................................छोडके।
Priya Neetesh Shakya 9719445146

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