Friday, 8 May 2020

music sargam that


तीसरा चरण:-


थाट:- गाने के अनुसार ध्वनि में मधुरता लाने की क्रिया हो थाट कहते हैं |
थाट के प्रकार:- प्राचीन शास्त्रीय संगीत में 9 थाटों का लेख है| वर्तमान संगीत में लगभग इन्ही का प्रयोग होता है|
1:- बिलाबल थाट :- इसमें सभी शुद्ध स्वर होते हैं|
2:- भैरवी थाट- इसमें कोमल रे_ ग_ ध_ नि_ प्रयोग करते हैं|
             उदाहरण:- सा रे_ ग_ म प ध_ नि_
3:- भैरव थाट:- इसमें कोमल रे_ ध_ का प्रयोग करते हैं|
             उदाहरण:- सा रे_ ग म प ध_ नि
4:- तोड़ी थाट:- इसमें कोमल रे_ ग_ ध_ और तीव्र म` का प्रयोग करते हैं|
             उदाहरण:- सा रे_ ग_ म` प ध_ नि
5:- मारवा थाट:- इसमें कोमल रे_ और तीव्र म` का प्रयोग करते हैं|
             उदाहरण:- सा रे_ ग म` प ध नि
6:- पूर्वी थाट:- इसमें कोमल रे_ ध_ और तीव्र म` का प्रयोग करते हैं|
             उदाहरण:- सा रे_ ग म` प ध_ नि
7:- कल्याण थाट:- इसमें शुद्ध म को छोड़कर सभी शुद्ध स्वर होते हैं| तीव्र म` का प्रयोग करते हैं|
             उदाहरण:- सा रे ग म` प ध नि
8:- खमाज थाट:- इसमें कोमल नि_ और सभी शुद्ध स्वर होते हैं|
             उदाहरण:- सा रे ग म प ध नि_
9:- काफी थाट:- इसमें कोमल ग_ नि_ और सभी शुद्ध स्वर लगते हैं|
             उदाहरण:- सा रे ग_ म प ध नि_

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